ग्रामीणों की सूझबूझ से गुरुवार रात को सिरसा के ऐलनाबाद उपमंडल में एक बड़ा रेल हादसा होने से बच गया। वर्षा के कारण पटरी पर पत्थर गिरने के बाद स्थानीय लोगों ने मोबाइल फोन और टार्च से संकेत देकर ट्रेन को रोक दिया।
गुरुवार की बरसात के बाद तलवाडा-बेहरवाला के बीच अंडर पास नंबर 37, 4 पर पानी भर गया। अंडरपास के नीचे पानी भरने से चार पत्थर धंस गए।
उस समय, तलवाडा खुर्द के सरपंच प्रतिनिधि भीम सैन साढ़े नौ बजे अपने बेटे वकीलचंद के साथ शहर से अपने गाँव जा रहे थे। पास में अंडर में पानी भरा होने के कारण चालक ने उन्हें वहीं छोड़ दिया। जब वे पैदल ही पटरी को पार करने लगे, उनकी नजर पटरी के नीचे मिट्टी और पत्थर खिसकने पर पड़ी। 112 नंबर पर उनका फोन था। इसके बाद ग्रामीणों को जानकारी दी गई। सब लोग मौके पर पहुंचे।
ग्रामीणों ने टॉर्च और मोबाइल से इशारा कर ट्रेन को रोका
ट्रेन की आवाज दो किलोमीटर दूर से सुनाई दी। ग्रामीण इस पर टार्च और मोबाइल से ट्रेन रोकने के लिए उसकी ओर भागे। ट्रेन बहुत धीमी थी। जब लोको ने ग्रामीणों को टॉर्च और मोबाइल से इशारा करते देखा, तो उसने एमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी। ट्रेन घटनास्थल से सौ फुट पीछे रुक गई। पटरी को करीब डेढ़ घंटे तक सुधारने के बाद गाड़ी रवाना हुई।