पेरिस ओलिंपिक: विनेश भारत की पहली महिला पहलवान है जो ओलंपिक के किसी वर्ग के फाइनल में पहुंची हैं। पुरुष वर्ग में सुशील कुमार और रवि दाहिया को ओलंपिक फाइनल खेलना का अनुभव है, लेकिन ये दोनों रजत पदक ही जीत पाए थे। ऐसे में विनेश के पास कुश्ती में देश का पहला स्वर्ण पदक विजेता बनने का मौका होगा। विनेश रियो और टोक्यो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थीं।
विनेश भारत की एक महिला पहलवान हैं जो ओलंपिक में कुश्ती स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला हैं। भारत के दो पुरुष पहलवान इससे पहले फाइनल में पहुंच चुके हैं, लेकिन केवल रजत पदक ही जीत पाए हैं। विनेश के पास कुश्ती में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतने का मौका है। वह रियो और टोक्यो ओलंपिक दोनों में क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थीं।
विनेश फोगट ने ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रच दिया। उन्होंने क्यूबा की गुज़मैन लोपेज़ को हराया और अब पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने के एक कदम और करीब पहुंच गई हैं। फाइनल तक पहुँचने के दौरान उन्होंने कुछ प्रभावशाली जीत हासिल कीं, जिसमें गत चैंपियन और एक अन्य मजबूत प्रतिद्वंद्वी को हराना भी शामिल है। अब वह स्वर्ण पदक के लिए सारा एन हिल्डेब्रांड से मुकाबला करेंगी। फाइनल मुकाबला बुधवार को होगा।
विनेश भारत की एक खास पहलवान हैं, जिनके पास ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का मौका है। वह फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं, जो एक बड़ी बात है। अगर वह जीतती हैं, तो वह ऐसा करने वाली भारत की पहली पहलवान होंगी। इससे पहले भारत के कुछ पुरुष पहलवान फाइनल में पहुंचे हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ रजत पदक ही मिला है। विनेश पिछले ओलंपिक में पहले ही अच्छा प्रदर्शन कर चुकी हैं और क्वार्टर फाइनल तक पहुंच चुकी हैं। अब उनके पास इतिहास रचने और स्वर्ण पदक जीतने का मौका है।