ढाका : बांग्लादेश पिछले दो महीने से हिंसा की आग में झुलस रहा है। लेकिन देश ताजा स्थिति और भी बदहाल है, क्योंकि हिंसक घटनाओं पर लगाम लगाना सुरक्षा बलों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही है। वहीं देश के मौजूदा हालात को लेकर राष्ट्रपति ने छात्र नेताओं के साथ चर्चा की है।
पड़ोसी देश बांग्लादेश में चीजें तेजी से हो रही हैं। नेता पद से हट गए, संसद बंद हो गई और नई सरकार बनाई जा रही है। मोहम्मद यूनुस नाम का एक मशहूर व्यक्ति फिलहाल सत्ता में होगा। हर कोई देख रहा है कि आगे क्या होता है।
बैठक के बाद राष्ट्रपति ने भंग की संसद
जानकारी के मुताबिक बांग्लादेश के राष्ट्रपति ने तीनों सेनाओं के प्रमुख, कई राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और विरोधी छात्र आंदोलन के नेताओं के विरोध के कारण राष्ट्रीय संसद को भंग कर दिया। इन सबके बीच आज बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष खालिदा जिया को जेल से रिहा कर दिया गया है।
हसीना और जिया के बीच चल रहा था विवाद
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया खराब स्वास्थ्य के कारण अस्पताल में भर्ती हैं। 2018 में उन्हें भ्रष्टाचार का दोषी पाया गया था और 17 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। एक रिपोर्ट अनुसार, खालिदा जिया के और शेख हसीना के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था और उन पर एक अनाथालय के लिए ट्रस्ट के लिए निर्धारित लगभग 250,000 अमेरिकी डॉलर के दान की चोरी करके अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया था। बीएनपी ने दावा किया है कि खालिदा जिया को राजनीति में आने से रोकने के लिए ये केस बनाए गए थे; हालांकि, शेख हसीना के प्रशासन ने इन दावों का खंडन किया है।
मोहम्मद युनुस छात्रों के प्रस्ताव पर नेतृत्व के लिए तैयार
साल 2006 में शांति के लिए नोबेल पुरस्कार विजेता और ‘नागरिक शक्ति’ नाम की राजनीतिक पार्टी के संरक्षक मोहम्मद युनुस विरोध छात्र संगठनों के आग्रह पर देश में अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए तैयार हो गए हैं।