पुलिस ने प्रीत विहार में एक कारोबारी परिवार के घर में आयकर की फर्जी रेड मारने वाले गिरोह का खुलासा किया है। इस गैंग में थाने का एक वरिष्ठ कॉन्स्टेबल भी है। गुरुवार शाम को मामला पुलिस हेडक्वॉर्टर से स्पेशल सेल भेजा गया। गुरुवार देर रात स्पेशल सेल ने फर्जी रेड में शामिल प्रीत विहार थाने के हेड कॉन्स्टेबल और ट्रैफिक स्टाफ समेत कई आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल सभी से पूछताछ की जा रही है। इसलिए अधिक जानकारी नहीं दी जा सकती।
बुधवार के संस्करण में एनबीटी ने ‘प्रीत विहार में इनकम टैक्स की फर्जी रेड’ हेडिंग से खबर छापी थी। इसके बाद, पुलिस हेडक्वॉर्टर लेवल के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लिया। लोकल पुलिस से पहली जांच रिपोर्ट की मांग की गई थी। सीसीटीवी कैमरों ने आरोपियों की फुटेज को देखा, जिनमें स्थानीय थाने का वरिष्ठ कॉन्स्टेबल भी शामिल था। गुरुवार शाम को इसका पता चलते ही वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले की जांच को स्थानीय पुलिस से सीधे स्पेशल सेल को सौंपने का आदेश दिया। NBT में खबर छपने के बाद से ही, स्पेशल सेल किसी बड़े गिरोह के शामिल होने की आशंका से सक्रिय था।
स्पेशल सेल को आशंका थी कि कोई बड़ा गिरोह शामिल हो सकता है, सूत्रों ने बताया। इसलिए, वह पहले से ही टेक्निकल सर्विलांस और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) जैसे कई काम करती थी। पुलिस ने कार के नंबरों के माध्यम से कार मालिकों को पता लगाया। दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में चेकिंग की गई। बाद में पता चला कि दोनों कार किराए पर ली गई थीं। इन कारों को किराए पर लेने के लिए जो फोन नंबर प्रयोग किए गए थे, उनकी सीडीआर निकाली गई। इससे पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई। दोनों पुलिसकर्मियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस सभी से पूछताछ कर पूरे सिंडिकेट को जानने की कोशिश कर रही है।
सूत्रों का दावा है कि यह गिरोह काफी समय से सक्रिय था और इनकम टैक्स की रेड के नाम पर कई बड़े कारोबारियों को चूना लगा चुका है। पीड़ित इनकम टैक्स समेत दूसरे विभागों को धन का हिसाब-किताब देने के भय से ऐसे मामलों की शिकायत नहीं करते। यह गिरोह शायद प्रीत विहार में की गई फर्जी रेड के दौरान भी काफी धन ले गया है। इसलिए स्पेशल सेल इस गैंग की तह तक पहुँचने के लिए उत्सुक है। पता लगाया जा रहा है कि अन्य पुलिसकर्मी भी इस अपराध में शामिल नहीं हैं। हेडक्वॉर्टर लेवल के अफसर भी इस पुलिस गैंग में शामिल होने से जांच की प्रगति को लेकर लगातार अपडेट ले रहे हैं।
2 अगस्त रात 8:20 बजे, प्रीत विहार में रहने वाली कारोबारी परिवार के घर सात से आठ लोग आ धमके। टैक्स अफसर ने बताते हुए बड़े भाई का नाम दिखाया। बड़े भाई और उनकी पत्नी के मोबाइल फोन उठाए। छोटे भाई, जो पहली मंजिल पर रहता था, भी नीचे लाया गया। भी उनके तीन फोन ले लिए। आरोपी घर खोजने लगे। कारोबारी परिवार का घर पहले भी आईटी रेड किया गया था। इसलिए वे जानते थे कि एक महिला अधिकारी होनी चाहिए। कथित टीम से प्रश्न पूछे और फोन मांगे। वह इससे घबरा गए और नोटिस छोड़कर भाग गए। दो फोन साथ ले गए, जबकि तीन फोन वापस आए।