बलौली टी-प्वाइंट पर पुलिस ने दोनों बाइक सवार युवकों को गिरफ्तार किया। उनका नाम हडोली के अरुण उर्फ लूसी था और लेदा खादर के शाहरुख था। अरुण पर पहले भी लूट और चोरी सहित कई केस दर्ज हैं।
यमुनानगर सीआईए-वन की टीम ने नकली करेंसी बनाने वाले गिरोह को गिरफ्तार किया है। टीम ने गिरोह के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से 12 लाख 75 हजार रुपये की नकली करेंसी बरामद हुई है। पंचकूला के पीर मसूली में नकली करेंसी की छपाई हुई थी। आरोपियों के खिलाफ छछरौली थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।सीआइए वन इंचार्ज यादवेंद्र सिंह ने बताया कि उनकी टीम को सूचना मिली थी कि दो युवा बाइक पर सवार होकर नकली करेंसी बेचने की फिराक में घूम रहे हैं। यह सूचना मिलने पर सब इंस्पेक्टर गुरमेज सिंह, एएसआई राजेंद्र कुमार, पंकज, विवेक, अमित और अमरजीत की टीम बनाई गई। टीम ने बलौली टी-प्वाइंट पर जाकर दोनों बाइक चालकों को गिरफ्तार किया।उनका नाम हडोली के अरुण उर्फ लूसी था और लेदा खादर के शाहरुख था। अरुण पर पहले भी लूट और चोरी सहित कई केस दर्ज हैं। जमानत पर छूट गया है। शाहरुख को लगभग दस महीने पहले 19 किलो डोडा चूरा पोस्त के साथ गिरफ्तार किया गया था, और वह भी जमानत पर बाहर आया है। दोनों दोस्त हैं।
दोनों आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि वे नकली करेंसी प्रभजोत के पास से लाते हैं। पंचकूला के पीर मसूली में एक फ्लैट में कार्यालय बनाया गया है। जिस पर टीम वहां रेड करती थी। उस जगह से अंबाला के गांव गोला निवासी प्रभजोत, पंचकूला के रायपुररानी निवासी अशोक कुमार, पीपलीवाला निवासी ओम सिंह और पंजाब के पटियाला के गांव सलेमपुर बलिया निवासी राहुल को गिरफ्तार किया गया। नकली मुद्रा बनाने के लिए धनी व्यक्ति होता है। वह पहले भी नकली करेंसी के एक मामले में गिरफ्तार हुआ था। वह कुछ समय पहले ही जेल से बाहर आया था। अब वह नकली करेंसी बनाने लगा। उनके पास 12 लाख 75 हजार रुपये की नकली करेंसी मिली। सभी नोट्स 200 से 200 तक हैं।