आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि देश की जनता के हजारों करोड़ रुपये डूब गए हैं। हजारों करोड़ फर्जी संस्था से निकाले गए। हजारों करोड़ फर्जी संस्था से निकाले गए। अदाणी कंपनी का हिस्सा बढ़ाया गया था।
राजनीतिक दल हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद बोलने लगे हैं। केंद्र सरकार को विपक्ष लगातार घेर रहा है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि देश की जनता के हजारों करोड़ रुपये डूब गए हैं। हजारों करोड़ फर्जी संस्था से निकाले गए। अदाणी कंपनी का हिस्सा बढ़ाया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने नई रिपोर्ट पर विचार किया।उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग की पिछली रिपोर्ट में बताया गया था कि गौतम अदाणी ने मनी लॉन्ड्रिंग करके हजारों करोड़ रुपये मॉरीशस में फर्जी कंपनियां बनाकर लगाए थे। इन्हीं फर्जी कंपनियों ने अदाणी कंपनी का हिस्सा बढ़ाया। जब इसकी पोल खुली, देश के करोड़ों लोगों ने आठ लाख पच्चीस हजार करोड़ रुपये खो दिए। यह धन अदाणी का नहीं, बल्कि देश की जनता का था। मोदी सरकार ने घोटाले का खुलासा किया और सदन में इसके खिलाफ आवाज उठाई।
आप सांसद ने कहा कि हिंडनबर्ग की हाल की रिपोर्ट में सेबी और अदाणी के सांठगांठ का खुलासा हुआ है। हिंडनबर्ग की नवीनतम रिपोर्ट आने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को इस मामले की जांच करने का आदेश दिया। मई 2023 में, सेबी ने न्यायालय को बताया कि यह एक दिशाहीन जांच है। लेकिन हम नहीं बता सकते कि किसने गड़बड़ी की है। हिंडनबर्ग की एक नवीनतम रिपोर्ट ने सेबी और उसके अध्यक्ष ने न्यायालय में इसकी वजह बताई है। हिंडनबर्ग की एक नई रिपोर्ट में सामने आया है कि सेबी की प्रमुख माधवी बुच और उनके पति धवल बुच ने 10 मिलियन डॉलर की अदाणी की रकम उन्हीं कंपनियों में लगाई है, जिनकी सेबी को जांच करनी थी।
अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग की नवीनतम रिपोर्ट में आश्चर्यजनक दावे किए गए हैं। रिपोर्ट में सेबी (भारतीय शेयर बाजार नियामक) की अध्यक्ष और उनके पति पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। ताजा रिपोर्ट के बाद, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की अध्यक्ष माधवी बुच और उनके पति धवल बुच का नाम कथित अदाणी घोटाले से जुड़ा हुआ है। शनिवार देर रात प्रकाशित एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दंपती ने कथित अदाणी धन हेराफेरी घोटाले में अस्पष्ट ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी की थी।
हिंडनबर्ग ने दावा किया कि माधबी पुरी बुच, सेबी की चेयरपर्सन, और उनके पति धवल बुच की मॉरीशस की ऑफशोर कंपनी ‘ग्लोबल डायनामिक ऑपर्चुनिटी फंड’ में हिस्सेदारी है। हिंडनबर्ग ने कहा कि गौतम अदाणी के भाई विनोद अदाणी ने इसी कंपनी में अरबों डॉलर का निवेश किया है। माना जाता है कि शेयरों की कीमतें बढ़ाने के लिए ही पैसा खर्च किया गया था। सेबी अभी तक इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हिंडनबर्ग का आरोप है कि विनोद अदाणी ने सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच की कंपनी में बड़ा निवेश किया था, लेकिन मामले की जांच उनकी ही जिम्मेदारी में थी।