रीतिका ने बताया कि वहां नेवी के आठ खिलाड़ी थे। प्रमुख ने सभी को बधाई दी और शुभकामनाएं दीं। साथ ही, रीतिका ने बताया कि अब उनका पूरा ध्यान एशियन गेम्स पर रहेगा। अब वह पुरजोर प्रतियोगिता की तैयारी करेगी।
रोहतक के गांव खरकड़ा की पहलवान बेटी रीतिका हुड्डा, जो पहली बार ओलंपिक में हैवीवेट कैटेगरी के 76 किग्रा भारवर्ग में देश का प्रतिनिधित्व करती थी, मंगलवार को अस्थल बोहर में अपने घर लौटी। पेरिस ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन कर घर लौटने के बाद रीतिका हुड्डा ने साउथ ब्लॉक में नौसेना प्रमुख दिनेश कुमार त्रिपाठी से मुलाकात की। यहां, नौसेना प्रमुख ने उनका हौसला बढ़ाने के लिए उनके पास ढाई लाख रुपये का चेक दिया।
रीतिका के पिता जगबीर हुड्डा ने बताया कि नवंबर में वह भी नेवी में बढ़ी जाएगी। वह चीफ पेटी ऑफिसर से कैप्टन बन जाएगी। वहीं, रीतिका ने अमर उजाला से कहा कि उनका पेरिस ओलंपिक का अनुभव अच्छा था। उन्होंने ओलंपिक में जो कुछ सीखा है, उसे यहीं से लागू करेगी।
पेरिस से लौटने के बाद उनकी मुलाकात नौसेना प्रमुख से बहुत अच्छी रही। रीतिका ने बताया कि वहां नेवी के आठ खिलाड़ी थे। प्रमुख ने सभी को बधाई दी और शुभकामनाएं दीं। साथ ही, रीतिका ने बताया कि अब उनका पूरा ध्यान एशियन गेम्स पर रहेगा। अब वह पुरजोर प्रतियोगिता की तैयारी करेगी।