कुछ महीने पहले किरण चौधरी ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उनका इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने स्वीकार कर लिया है। अब उनकी राज्यसभा सदस्य चुनाव चर्चाएं तेज हो गई हैं। आज भाजपा उनका नाम घोषित कर सकती है। भाजपा विधायक दल की बैठक भी आज शाम चार बजे बुलाई गई है।हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट पर तस्वीर लगभग साफ होने लगी है। कांग्रेस से भाजपा में आई तोशाम से विधायक किरण चौधरी का राज्यसभा जाना लगभग तय है। किरण के समर्थकों का अनुमान है कि वे मंगलवार को विधानसभा में नामांकन दाखिल कर सकती हैं। नामांकन पत्रों को 21 अगस्त तक दाखिल करने की अंतिम तिथि है। भाजपा के कुलदीप बिश्नोई को इससे बड़ा नुकसान हो सकता है। वह हिसार से लोकसभा चुनाव की टिकट मांग रहे थे, लेकिन रणजीत सिंह चौटाला को टिकट मिल गई थी।कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने रोहतक से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद राज्यसभा में एक सीट खाली हुई है। 2019 में रोहतक लोकसभा चुनाव में हारने के बाद कांग्रेस ने उन्हें राज्यसभा भेजा था। दीपेंद्र के इस्तीफे से खाली हुई सीट उपचुनाव में लगभग निश्चित रूप से भाजपा के खाते में जाएगी। कांग्रेस ने पहले ही इस चुनाव में प्रत्याशी उतारने से इनकार कर दिया है। कांग्रेस कहती है कि विधायकों की संख्या कम है। लेकिन जजपा और इनेलो ने खुले तौर पर कांग्रेस को उम्मीदवार उतारने और भाजपा के खिलाफ कांग्रेस का साथ देने की पेशकश की है। कांग्रेस इसके बावजूद चुनाव से दूर है।ऐसे में कांग्रेस से कुछ ही दिन पहले भाजपा में आईं किरण चौधरी का राज्यसभा जाना लगभग तय है।