नारनौल और आसपास के गांवों में भूकंप का झटका महसूस किया गया. भूकंप का केंद्र नारनौल का तिगरा शहर था, जहां सुबह 9 बजकर 16 मिनट और 38 सेकेंड पर झटके आए. इस भूकंप की तीव्रता 3.0 थी. भूकंप आते ही आम लोगों में दहशत फैल गई, जिससे लोग अपने घरों और दुकानों से बाहर निकल आए. हालांकि, अभी तक जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं आई है।
राजकीय महाविद्यालय, नारनौल के मौसम विज्ञानी एवं भूगोलवेत्ता डॉ. चंद्र मोहन ने बताया कि तिगरा गांव मध्य नारनौल के निकट 28.12 अक्षांश और 76.21 देशांतर पर स्थित है। इस भूकंप की तीव्रता 3.0 थी और इसकी गहराई धरती में 10 किलोमीटर थी. भूकंप से किसी नुकसान की खबर नहीं है.
दिल्ली-पारंपरिक एनसीआर में भूकंप का मुख्य कारण प्लेकोनिक्स की प्रक्रिया है। दिल्ली एनसीआर में पांच स्थान हैं। इनमें महेंद्रगढ़-दश-मोरादाबाद, दिल्ली-सेडर रिज और दिल्ली-हरदवार रिज शामिल हैं। इनमें से कौन सी गलती ही है, भूमि के व्यंजन दर्द को कम करते हैं। मंडराघ क्षेत्र के बारे में बोलते हुए, इस क्षेत्र में ऐसी प्राकृतिक आपदा हो सकती है।