DMRC ने मंगलवार से एक विशेष चेकिंग ड्राइव शुरू किया है जिसका उद्देश्य पुरुष यात्रियों को मेट्रो में महिला कोच में जाने से रोकना है और उन्हें महिला कोच में जाने से रोकना है। DMRC के विशेष चेकिंग दस्ते इस दौरान मेट्रो की सभी लाइनों पर महिला कोच में चेकिंग करेंगे और अगर कोई पुरुष यात्री उनमें यात्रा करते हुए पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वीकेंड तक इस अभियान को बढ़ाया जाएगा।डीएमआरसी के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने बताया कि इस खास जांच अभियान के लिए दस विमान स्क्वॉड्स बनाए गए हैं। सीआईएसएफ, दिल्ली मेट्रो रेल पुलिस और डीएमआरसी के प्रत्येक दस्ता में एक कर्मचारी होगा। ये दस्ते दिन में अलग-अलग समय पर अलग-अलग लाइनों में सरप्राइज चेकिंग करके लेडीज कोच में पुरुषों की अनधिकृत एंट्री को रोकने का प्रयास करेंगे, ताकि महिलाएं मेट्रो में सफर करते वक्त सुरक्षित महसूस कर सकें। नियमों का उल्लंघन करते हुए एक यात्री को अगले स्टॉप पर मेट्रो से उतारकर मेट्रो पुलिस को आगे की कार्रवाई के लिए सौंप दिया जाएगा।साथ ही, चेकिंग स्टाफ का आदेश न मानने या उनके साथ दुर्व्यवहार करने पर 250 रुपये का जुर्माना भी लगेगा।दयाल ने बताया कि मंगलवार को लेडीज कोच में यात्रा कर रहे कुल 108 पुरुषों को ट्रेन से उतारा गया और उनकी काउंसिलिंग की गई। 32 पुरुष चालकों पर भी 250 रुपये का जुर्माना लगाया गया। DCMR ने महिलाओं से अपील की है कि अगर कोई पुरुष यात्री किसी महिला कोच में सफर करता है या मेट्रो में किसी महिला से दुर्व्यवहार करता है, तो तुरंत चौबीसों घंटे डीएमआरसी की हेल्पलाइन 155370 पर कॉल करके सूचित करें।