दिल्ली में अगस्त महीने में डेंगू के मामलों में भारी वृद्धि हुई है। हालाँकि, डेंगू का आंकड़ा अब तक 500 के पार पहुंच चुका है। अगले महीने बरसात के कारण डेंगू के मामलों में वृद्धि होने की संभावना है। इसलिए, सितंबर से पब्लिक हेल्थ विभाग ने अलग से एहतियाती उपायों की योजना बनाई है। ताकि डेंगू के बढ़ते मामलों को नियंत्रित किया जा सके। विशेष ड्राइव भी शुरू किया जाएगा। लापरवाही बरतने वाली संस्थाओं को सख्त कार्रवाई की जाएगी।डेंगू के अलावा चिकनगुनिया और मलेरिया के मामले भी बढ़े हैं। अभी तक 210 से अधिक मलेरिया और लगभग 30 चिकनगुनिया मामले सामने आ चुके हैं। पब्लिक हेल्थ विभाग ने कहा कि अगले दो महीने डेंगू बहुत खतरनाक हो सकता है। सितंबर में कई एहतियाती उपाय किए जाएंगे ताकि हालात नियंत्रण में रहें। पहले रिहायशी और कमर्शल संस्थानों की सख्त जांच की जाएगी। लोगों को होटलों, स्मारकों, पर्यटन स्थलों और शॉपिंग मॉल्स में सबसे अधिक आना जाना है। इसलिए ऐसे सभी स्थानों पर मच्छरों की रोकथाम पर अधिक जोर दिया जाएगा। इसमें सरकारी और निजी हॉस्पिटल्स भी शामिल हैं।पानी की पाइपलाइनों और ड्रेनों के टूटने से कई जगहों पर डेंगू के मच्छर पैदा होने का खतरा बना रहता है। इसलिए इंजीनियरिंग विभाग भी एमसीडी की ड्रेनों को ठीक से साफ किया जाएगा। पानी की पाइपलाइन की क्षतिस्थल पर मरम्मत कराने के लिए संबंधित विभाग को लिखा जाएगा। अधिकारी ने कहा कि बरसात के दौरान रेलेव लाइन के आसपास पानी जमा होने से मच्छर की उत्पत्ति का खतरा बना रहता है। इसके लिए रेलवे ट्रैक के आसपास निरंतर एंटी लार्वल स्प्रे किया जाएगा।उन्होंने बताया कि प्राइवेट और सरकारी हॉस्पिटल्स के डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ का डेंगू मामलों के लिए क्लिनिकल मैनेजमेंट में ट्रैनिंग भी जारी रखी जाएगी।