बीते तीन दशक से, बारिश से हुए जलभराव के कारण चर्चा में रहने वाले मिंटो ब्रिज की समस्या को हल नहीं किया गया है। हर बार सभी एजेंसिया इंतजाम की कोशिश करने की बात करते हैं, लेकिन वे इसमें सफल नहीं होते। वहीं, प्रशासन भी ब्रिज के नीचे खस्ताहाल सड़क पर ध्यान नहीं देता। बाद में नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन (NDTA) ने सोशल मीडिया पर शिकायत की, जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई की और शनिवार को सड़कों को बंद कर मरम्मत की गई। PWD मरम्मत को दो सितंबर तक पूरा करेगा। इसलिए यहाँ कोई यातायात नहीं होगा।
यातायात पुलिस ने वैकल्पिक मार्ग महाराजा रणजीत सिंह फ्लाइओवर, बाराखंभा समेत अन्य मार्गों के उपयोग की सलाह दी है। मिंटो ब्रिज बार-बार होने वाले जलभराव और यहां पर सीवर का पानी आने से अक्सर जलभराव ही रहता है।बारिश में जलभराव इतना हो जाता है कि मार्ग को बंद करना पड़ता है, लेकिन हमेशा यहां पर पानी इतना रहता है कि तेज वाहन निकलें तो राहगीर के ऊपर छींटे आएंगे। बावजूद इसके कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा था।
बुधवार को एनडीटीए के महामंत्री विक्रम ने कहा कि एनडीएमसी, पीडब्ल्यूडी और एमसीडी की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हजारों गाड़ी यहां से गुजरती हैं। निर्माण कार्य शुरू हुआ जब उन्होंने सोशल मीडिया पर वरिष्ठ अधिकारियों को टैग किया। कहा कि वह सीवर का पानी जो यहां पुल के नीचे जमा होता है, उसे अधिकारी क्यों नहीं रोक पा रहे हैं?