जब बहुत ज़्यादा कोहरा होता है, तो हवाई जहाज़ों के लिए सुरक्षित उड़ान भरना मुश्किल हो सकता है। लेकिन अब, एक ख़ास परियोजना शुरू हो रही है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि घने कोहरे में भी हवाई जहाज़ उड़ सकें। इस परियोजना में ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल करके हवाई अड्डों को सुचारू रूप से चलाने में मदद की जाएगी। यूनिवर्सिटी इस परियोजना पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद से मिलने वाले शोध अनुदान की मदद से काम कर रही है।
पुनर्वास विश्वविद्यालय के शिक्षक डॉ. दिनेश कुमार निषाद इस बात का अध्ययन कर रहे हैं कि ड्रोन किस तरह कोहरे से निजात दिलाने में मदद कर सकते हैं। वह चाहते हैं कि कोहरे के मौसम में हवाई जहाज़ों के लिए नवीन तकनीक से कोहरे को हटाना आसान हो जाए। यूपीसीएसटी ने दो साल तक चलने वाले शोध प्रोजेक्ट के लिए 12.72 लाख रुपए दिए हैं। इस प्रोजेक्ट में ड्रोन का इस्तेमाल विमानों के आगे उड़ान भरने और कोहरे को दूर करने के लिए किया जाएगा। इससे एयरपोर्ट सुरक्षित होंगे और विमानों को समय पर उड़ान भरने में मदद मिलेगी। डॉ. निषाद कहते हैं कि यह तकनीक कैट-3 सिस्टम से बेहतर है और इससे कोहरे से पूरी तरह छुटकारा पाया जा सकता है।