किसानों ने खेती में इस्तेमाल होने वाले कीटनाशकों की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ आवाज उठाई है। किसानों ने केंद्र सरकार से इस निर्णय को तुरंत वापस लेने की मांग की है। साथ ही किसानों के हितों के सामान पर सब्सिडी, कर्ज माफी, न्यूनतम समर्थन मूल्य सहित अन्य मांगें भी रखी गई हैं। किसानों ने केंद्र सरकार को एक महीने का समय दिया है कि उनकी मांगें पूरी की जाएं।भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. ऋषिपाल अंबावता ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन क्लब में मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक दवा की कीमत पहले 450 रुपये थी, लेकिन अब लगभग 1,300 रुपये है। दूसरी दवाओं की लागत भी बढ़ी है। हमारी मांग है कि वे तत्काल वापस लिए जाएं।इसके अलावा, सरकार और अधिकारियों की मिलीभगत से कंपनियां और दुकानदार बाजार में नकली कीटनाशक बेच रहे हैं। किसान उसे नहीं समझ पाते हैं, इसकी जांच होनी चाहिए। किसानों को इससे नुकसान हो रहा है। सरकार से इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग करते हैं। सरकार को इस बारे में सूचना देंगे। किसान आंदोलन करने को मजबूर होंगे अगर इस संबंध में जल्द कार्रवाई नहीं की गई।ऋषिपाल अंबावता ने कहा कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जाना चाहिए। वर्तमान में इसकी लागत लगभग डेढ़ गुना होनी चाहिए। भूमि का किराया प्रति एकड़ करीब ४० हजार रुपये भी नहीं जोड़ा जाता है। खेती से आय न मिलने के कारण किसान इसे छोड़ रहे हैं। भारतीय किसान संघ यूनियन ने बुजुर्ग किसानों को हर महीने पांच हजार रुपये की पेंशन देने की मांग की, जो किसानों के हित में होगी। लाल बहादुर शास्त्री की समाधि पर दो अक्तूबर को जुटेंगे किसानअंबावता ने कहा कि देश भर से किसानों को दो अक्तूबर को पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की समाधि पर नई दिल्ली में मिलना होगा। किसानों के हितों पर यहाँ चर्चा होगी। साथ ही किसान राष्ट्रपति भवन तक पैदल मार्च करके सरकार से अपनी बात कहेंगे। वहीं, मुकेश सोलंकी ने कहा कि किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा। किसान अभी भी कर्ज में डूबे हुए हैं।किसानों उनकी ही समर्थन करेंगे जो किसानों के हितों की बात करेगाअंबावता ने कहा कि पिछले दिनों केंद्रीय कृषि मंत्री से मुलाकात में एमएसपी पर चर्चा हुई। मंत्री ने कहा कि सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि किसानों को उनकी फसल पर एमएसपी मिले। उनका कहना था कि हम सरकार से अच्छे काम की उम्मीद करते हैं। हमने विपक्ष से भी बैठक की है, उन्होंने कहा। हम किसानों के हितों का पक्ष लेंगे।