अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (ISBT) को मध्य दिल्ली से दिल्ली-हरियाणा के बॉर्डर पर नरेला या सिंघु क्षेत्र में स्थानांतरित किया जा सकता है। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने बृहस्पतिवार को ट्रैफिक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए परिवहन आयुक्त को इसे स्थानांतरित करने की योजना बनाने का आदेश दिया है। रोजाना हजारों वाहन इस टर्मिनल में आते हैं। Delhi के सबसे व्यस्त स्थानों में से एक है। यहां हर दिन पांच लाख से अधिक लोग आते हैं।
दरअसल, दिल्ली के उपराज्यपाल को कुछ महीने पहले गुरु हनुमान सोसाइटी ऑफ भारत ने सुझाव भेजा था। रिंग रोड पर आईएसबीटी कश्मीरी गेट पर भारी भीड़ के कारण हजारों लोग असुविधा में हैं। कश्मीरी गेट के आसपास महत्वपूर्ण स्थान हैं, जैसे हनुमान मंदिर, आवासीय क्षेत्र, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, उपराज्यपाल आवास, एशिया का सबसे बड़ा मोटर वाहन एक्सेसरीज बाजार, चुनाव आयोग कार्यालय, विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, विद्यालय, निगम बोध घाट, चांदनी चौक बाजार, लाल किला और सिविल लाइन्स क्षेत्र।यहाँ हजारों बसें, टैक्सी, ऑटो रिक्शा और निजी वाहन होने के कारण अधिकतर समय भयंकर जाम लगता है। लोगों का समय, ईंधन और ऊर्जा इससे नष्ट हो जाता है। साथ ही प्रदूषण बढ़ा हुआ है। सड़क दुर्घटनाएं, अपराध (चोरी, छीना-झपटी, भिक्षावृत्ति, बाल शोषण सहित) और आपातकालीन वाहनों (पुलिस, रोगी, अग्निशमन, डाक आदि) के आवागमन में बाधा
आजकल दिल्ली में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसलिए इसे दिल्ली-हरियाणा सीमा पर नरेला या सिंघु में स्थानांतरित किया जा सकता है। ऐसा होने पर अंतरराज्यीय बसों को दिल्ली के भीतर जाना और आना नहीं होगा। दिल्ली के भीतर जाना चाहने वाले लोग स्थानीय परिवहन के साधनों का उपयोग कर सकते हैं।