IGGI पुलिस ने बांग्लादेशियों को भारत की पहचान देकर विदेश भेजने वाले एक एजेंट को गिरफ्तार किया है। 4 अगस्त को, दक्षिण 24 परगना, पश्चिम बंगाल का एक यात्री अबू हुसैन शेख दिल्ली हवाई अड्डा पर पहुंचा। यात्रियों के पास भारतीय पासपोर्ट था।IGGI एयरपोर्ट थाना पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय पहचान देकर विदेश भेजने वाले एक एजेंट को गिरफ्तार किया है। कोलकाता में वीजा कंसल्टेंसी कार्यालय की आड़ में आरोपी इस धंधा को चलाता था। वह बांग्लादेशी नागरिकों को फर्जी भारतीय दस्तावेज बनाकर उनके लिए भारतीय पासपोर्ट बनाता था। फिर उन्हें गैरकानूनी रूप से कुवैत भेजा गया। दक्षिण परगना, पश्चिम बंगाल के मीर अनवर हुसैन (57) को आरोपी घोषित किया गया है।
4 अगस्त को, दक्षिण 24 परगना, पश्चिम बंगाल का एक यात्री अबू हुसैन शेख दिल्ली हवाई अड्डा पर पहुंचा। यात्रियों को तुर्की के इस्तांबुल से निकाला गया, जिनके पास भारतीय पासपोर्ट था। यात्रा दस्तावेजों की जांच से पता चला कि आरोपी यात्री बांग्लादेश का नागरिक था, न कि पश्चिम बंगाल का। ढाका से मोहम्मद शाकिब हसन था उसकी असली पहचान। यात्री पर फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज कर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में यात्री ने कहा कि वह पैसे कमाने के लिए विदेश जाना चाहता था।
वह एक रिश्तेदार से पश्चिम बंगाल के एक एजेंट मीर अनवर हुसैन को जानता था। 2021 में, वह नदी से भारत में अवैध रूप से प्रवेश कर पश्चिम बंगाल में एजेंट से मिला। एजेंट ने कहा कि बांग्लादेशी पासपोर्ट पर कामकाजी वीजा पाना मुश्किल है। फिर उसने उसे दो लाख रुपये देकर उसे भारतीय पासपोर्ट पर माल्टा भेजने का वादा किया। उसने फिर अपने सहयोगियों की मदद से उसके लिए भारतीय पासपोर्ट और दस्तावेज बनाए।
इस्तांबुल, तुर्की में रहते हुए उसे पता चला कि आरपीओ कोलकाता ने उसके पासपोर्ट को रद्द कर दिया है। उसके बाद वह भारत में निर्वासित हो गया। IGGI एयरपोर्ट पुलिस ने एजेंट की खोज की। कोलकाता में पुलिस की एक टीम ने स्थानीय जानकारी प्राप्त की और फिर तकनीकी जांच करके उसे दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया।