शनिवार को 11 बजे लघु सचिवालय के बाहर महेंद्रगढ़-रेवाड़ी रोड पर छह बच्चों, उनके परिजनों और आसपास के लोगों ने न्याय की मांग को लेकर जाम कर दिया, जो अप्रैल में उन्हाणी के पास हुआ था। इस दौरान लोगों ने 11 अप्रैल को हुए बस हादसे की जांच की मांग की, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की, मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता, गंभीर रूप से घायल बच्चों को मुफ्त उपचार, स्कूलों की मान्यता को रद्द करने और मेडिकल रूप से अयोग्य बच्चों को भविष्य में सरकारी नौकरी देने की मांग की।जाम के कारण महेंद्रगढ़-रेवाड़ी मार्ग व कनीना से कोसली रोड पर दो किलोमीटर लंबा जाम लग गया। मौके पर शहर थाना व सदर थाना प्रभारी पुलिस टीम के साथ पहुंच गए।गत 11 अप्रैल को गांव उन्हाणी के पास हैफेड गोदाम के पास बस अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराने से 34 बच्चे घायल हो गए, जिनमें से छह बच्चे मर गए. बस चालक की लापरवाही से हादसा हुआ था। स्कूल संचालक, प्राचार्य और आरोपी गाड़ी चालक सभी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।लोगों का कहना है कि राज्य सरकार ने इस मामले को अभी तक नहीं देखा है। जबकि आरोपियों में से अधिकांश को जमानत मिली है। GAIL Public School में कक्षाएं अभी भी चल रही हैं, लेकिन इसकी मान्यता नहीं रद्द की गई है। मृत बच्चों के परिजनों का कहना है कि सरकार ने हादसे के समय आचार संहित का बहाना बनाकर उन्हें कोई लाभ नहीं दिया था। कुछ माता-पिता अपने दोनों बच्चों को खो देते हैं। अब उनका बुढ़ापे का सहारा कौन होगा?अब आंदोलन जारी रखा जाएगा जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी। मुख्य रूप से संदीप यादव, खेड़ी गांव के सरपंच पंकज सिंह तंवर, महिपाल नंबरदार और करणी सेना के प्रदेशाध्यक्ष एडवोकेट मंदीप सिंह खेड़ी-तलवाना शामिल थे। रोड जाम की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची।