भाजपा ने स्व. चौ. बंसीलाल की पुत्रवधू एवं पूर्व मंत्री किरण चौधरी को राज्यसभा की एक सीट पर होने वाले चुनाव में उम्मीदवार बनाया है, और विधायकों की संख्या के हिसाब से उनका चुनाव होना तय है। भाजपा किरण की बेटी श्रुति चौधरी को तोशाम विधानसभा सीट से चुनाव लड़वाने की भी चर्चा है। बंसीलाल और सुरेंद्र सिंह इस सीट से कई बार विधायक रहे हैं, और किरण चौधरी भी चार बार विधायक रह चुकी हैं। विशेष बात यह है कि किरण से पहले उनके पति सुरेंद्र सिंह और ससुर बंसीलाल भी राज्यसभा के सदस्य रहे हैं।जून 2005 में बंसीलाल के छोटे बेटे सुरेंद्र सिंह का एक दुर्घटना में निधन होने के बाद तोशाम विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ। इसमें सुरेंद्र सिंह की पत्नी किरण चौधरी ने कांग्रेस से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की, जो एक अनूठा रिकॉर्ड था। उस उप-चुनाव में किरण के पक्ष में तोशाम के 158 बूथों पर बहुमत था। खास बात यह है कि, इनैलो और भाजपा के अलावा, कोई भी राजनीतिक दल ने तोशाम सीट से अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था।1988 में, किरण चौधरी पहली बार दिल्ली विधानसभा में कैटर चुनी गई थी। वे भी दिल्ली विधानसभा की डिप्टी स्पीकर थीं। ट से विधायक: 2005 में तोशाम का उपचुनाव जीतकर हरियाणा विधानसभा की पहली सदस्य बनीं। 2009, 2014 और 2019 में वे फिर से हरियाणा की तोशाम सीट से विधायक बनने में सफल रहीं। 2005 से 2014 तक, वे कांग्रेस की सरकार में वन, पर्यावरण, पर्यटन और खेल मंत्री के अलावा जनस्वास्थ्य और आबकारी मंत्री भी रहीं।इससे पहले 1986 में उन्हें अखिल भारतीय महिला कांग्रेस का महासचिव बनाया गया। वे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी में महासचिव सहित कई पदों पर रहीं। किरण चौधरी का जन्म 5 जून 1955 को उत्तरप्रदेश के फैजाबाद के एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ। उनके पिता आत्मा सिंह सेना में ब्रिगेडियर थे।