दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने प्रतिबंधित ई-सिगरेट और ऑनलाइन बटनदार चाकू बेचने वाले गैंग का भंडाफोड़ करते हुए 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। 2710 ई-सिगरेट और 746 बटनदार चाकू पुलिस ने बरामद किए हैं। आरोपियों ने सिर्फ दो महीने में एक हजार से अधिक चाकू बेचे हैं। पश्चिम विहार के विशाल, गगन मखीजा, मनीष बरेरा, करण बग्गा, मंगोलपुरी के पुनीत चंडोक, अमित शौकीन, गुड़गांव के आयुष मित्तल, सुरेश बिश्नोई, नांगलोई के सुनील कौशिक, छतरपुर के चेतन और सोनीपत के राजीव रेलिया आरोपियों की पहचान हुई है। इनके अलावा चाकू बेचने वालों में बुराड़ी के राहुल राज, गाजियाबाद के अजय कुमार, राजीव और गुजरात के वाराइया धीरज भी शामिल हैं।डीसीपी (क्राइम) अमित कौशिक ने बताया कि एएसआई वीरेंद्र को अवैध ई-सिगरेट और बटनदार चाकू ऑनलाइन बेचने की सूचना मिली है। इंस्पेक्टर शिवराज सिंह बिष्ट की अगुवाई में एसआई रवींद्र कुमार और सिमरजीत कौर की टीम ने पंजाबी बाग क्लब के पास दो कारों को रोका। 380 पैकेट ई-सिगरेट कार से प्राप्त हुए। मुकदमा दर्ज हुआ। परीक्षण के दौरान आरोपियों के गोदाम में २३३० और ई-सिगरेट और १५६ अवैध चाकू मिले। इस मामले में आरोपी राजीव रेलिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह गुजरात के भरत भाई से मिलकर मुंबई में ये चाकू खरीदने लगा। राहुल राज सहित अन्य लोगों ने इन्हें अधिक मूल्य पर बेचने लगा। गुजरात में पुलिस ने वाराइया धीरज उर्फ भरत भाई को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और बाकी सामान बरामद किया गया। मुंबई में आरोपी फैयाज, जो फरार था, की गिरफ्तारी के लिए छापा मारा गया। आरोपी अजय ऑनलाइन बटनदार चाकू को उच्च मूल्य पर बेच रहा था।