दिल्लीवासी इस खबर से हैरान हैं। शायद आप नहीं जानते कि प्रदूषण आपकी उम्र को लगातार कम कर रहा है। वायु प्रदूषण ने आपकी जिंदगी के लगभग आठ साल कम कर दिए हैं। शिकागो विश्वविद्यालय की एक नई रिपोर्ट ने यह चौंकाने वाला निष्कर्ष निकाला है। रिपोर्ट में कहा गया कि अगर दिल्ली में हवा WHO के मानकों के हिसाब से साफ हो जाए, यानी 5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर (µg/m3) तो यहां रहने वाले 1.87 करोड़ लोगों की जिंदगी 7.8 साल तक बढ़ सकती है।एनर्जी पॉलिसी इंस्टिट्यूट ऑफ शिकागो (Epic) ने तैयार किया गया रिपोर्ट ‘एयर क्वालिटी लाइफ इंडेक्स’ (AQLI) पर आधारित है। रिपोर्ट ने 2022 को बेस ईयर मानते हुए कहा कि दिल्ली की हवा भारत के राष्ट्रीय मानक 40 g/m3 के बराबर होने पर भी 4.3 साल बढ़ सकती है। रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि दिल्लीवासी सबसे अधिक फायदा उठाएंगे अगर विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुसार पूरे भारत में प्रदूषण कम हो जाएगा। उत्तर पश्चिम दिल्ली, देश के दूसरे सबसे बड़े जिले, में रहने वालों की जिंदगी 3.6 साल तक बढ़ सकती है।AQLI रिपोर्ट बताती है कि 2022 में भारत का सबसे प्रदूषित शहर दिल्ली था। यहां PM2.5 औसत 84.3 g/m3 था। बाद में उत्तर प्रदेश का आंकड़ा आता है, जहां PM2.5 का स्तर 65.5 g/m3 था। हालाँकि, 2022 में दिल्ली में PM2.5 का औसत स्तर 84.3 g/m3 रहा, जो पिछली Epic रिपोर्ट से काफी अधिक था। पिछली रिपोर्ट के अनुसार, 2021 आधार वर्ष था।अगस्त 2023 में आई Epic रिपोर्ट में बताया गया था कि 2021 में दिल्ली में PM2.5 का स्तर 126.5 µg/m3 था, जबकि 2020 में यह 111.6 µg/m3 और 2019 में 124.4 µg/m3 था। रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि अगर 2021 जैसा प्रदूषण बना रहा, तो दिल्ली के लोग WHO के मानकों के हिसाब से औसतन 11.9 साल और राष्ट्रीय मानकों के हिसाब से 8.5 साल कम जी पाएंगे।रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि प्रदूषण एक भारतीय की जिंदगी को 3.6 वर्ष कम करता है, जबकि कुपोषण 1.6 वर्ष, तंबाकू 1.5 वर्ष और दूषित पानी और गंदगी 8.4 वर्ष। 2022 में दिल्ली में PM2.5 का स्तर 2021 की तुलना में 17% कम था, बताते हैं AQLI की निदेशक तनुश्री गांगुली। यह कहना मुश्किल है कि मौसम जैसे अस्थायी कारकों या नीतियों के क्रियान्वयन जैसे स्थायी कारकों के कारण यह कमी हुई है क्योंकि यह एक साल का आंकड़ा है। यद्यपि, प्रदूषण में इस कमी को बरकरार रखने पर दिल्ली में रहने वाले लोग औसतन 1.6 साल ज्यादा जी सकेंगे।