राजौरी गार्डन में बुधवार सुबह काफिला ढाबे पर खाना लेने आए हरनीत सिंह सचदेवा (29) का ऑर्डर देने में देरी होने पर ढाबे के कर्मचारियों से विवाद हुआ। कर्मचारी ने अपने मालिक को बताया। मालिक केतन नरूला और अजय नरूला मौके पर अपने साथियों के साथ पहुंचे। फिर हरनीत को सभी ने पीट-पीटकर मार डाला। उसके साथी उन्हें अस्पताल ले गए। लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मर चुके बताया। सूचना मिलने पर क्राइम टीम और फरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंचीं। दोनों भाइयों को पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।डीसीपी विचित्र वीर ने बताया कि राजौरी गार्डन थाना पुलिस को बुधवार सुबह पांच बजे अस्पताल से सूचना मिली कि एक युवक को अस्पताल लाया गया है। लेकिन वह मर चुका है। पुलिस टीम को सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने हरनीत सिंह सचदेवा को मृत घोषित कर दिया। बाद में टीम ने पता चला कि हरनीत राजौरी गार्डन में काफिला ढाबे पर सुबह खाने गए थे। वहां उन्होंने कुछ खाना ऑर्डर किया। हालाँकि, ऑर्डर में देरी होने पर हरनीत वहां के कर्मचारियों के बीच बहस का विषय बन गया।इसी बीच कर्मचारियों ने केतन और अजय को फोन किया। दोनों वहां अपने साथियों के साथ आए और हरनीत की बेरहमी से पिटाई कर दी। उसके दोस्त उसे लेकर अस्पताल गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया।Harneet की मां ने पूछा कि आखिर उनके बेटे ने क्या गलत किया था। वह बस भोजन लेने गया था। उसके पास कोई शत्रु भी नहीं था। अगर विवाद हो भी गया, तो हाथ-पैर तोड़ने की क्या आवश्यकता थी? पुलिसकर्मी भी कुछ नहीं कह रहे हैं और सीसीटीवी भी नहीं दिखा रहे हैं। मेरे बेटे को न्याय प्राप्त होना चाहिए।डीसीपी ने बताया कि ढाबा देर रात तक कैसे चल रहा था। इसकी भी जांच हो रही है। उसके लाइसेंस भी जांच में है। अगर कोई और लापरवाही पाई जाती है, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि राजौरी गार्डन, पंजाबी बाग, सुभाष नगर, टैगोर गार्डन, बाली नगर, तिलक नगर, जेल रोड इलाके में अवैध रूप से शराब और हुक्का बेचा जाता है। पुलिस शिकायत के बाद भी नहीं करती। कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होते हैं। इसके बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती।