पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने लगातार व्यापारियों पर फायरिंग और फिरौती की घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उसने कहा कि जींद में एक बार ऐसा ही हुआ था, जहां बदमाशों ने हार्डवेयर और पेंट्स के शोरूम पर गोलीबारी की थी। क्रमशः घटित होने वाली इन घटनाओं से स्पष्ट है कि राज्य में कानून व्यवस्था का दिवाला पिट चुका है। व्यापारी समेत हर समाज भयभीत है क्योंकि बदमाश बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
हुड्डा ने कहा कि कुछ दिन पहले ही व्यापारियों ने ऐसी घटनाओं के खिलाफ जुलाना और हिसार में बंद बुलाया था। सरकार ने इसके बावजूद कुछ भी नहीं कहा। बदमाशों ने आचार सहिंता के बावजूद बेरोकटोक वारदातों को अंजाम दिया है।भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से व्यापारियों के साथ है और वे अकेले नहीं हैं। कांग्रेस जल्द ही राज्य में सरकार बनाएगी और बीजेपी की हिंसा को दूर करेंगे। कांग्रेस सरकार की पहली प्राथमिकता होगी राज्य से अपराध को दूर करना।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था की दुर्दशा का बखान किया। 23 जून को करनाल में इमिग्रेशन सेंटर के मालिक की कार पर फायरिंग कर एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी, उन्होंने बताया। 25 जून को हिसार में एशिया की सबसे बड़ी ऑटो मॉर्केट में एक शोरूम के मालिक रामभगत गुप्ता से तीन बदमाशों ने 5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। आधुनिक हथियारों से बदमाशों ने एक मिनट में ३५ से ज्यादा गोली चलाई। 17 जून को खरखौदा में आईएमटी में संचालित एकमात्र कंपनी नीलगिरी के मालिक से 50 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की गई। 16 जून को जींद में फतेहगढ़ गांव के पूर्व सरपंच श्रीनिवास से 10 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई।बहादुरगढ़ में 4 जून को नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष अशोक गुप्ता को व्हाट्सएप कॉल कर बदमाशों ने 2 करोड़ की फिरौती मांगी। कैथल में 28 मई को व्हाट्सएप कॉल कर पूंडरी के एक व्यक्ति से 10 लाख की रंगदारी मांगी गई। इसके अलावा एक अन्य दुकान पर तीन नकाबपोशों ने फायरिंग कर 20 लाख रुपये मांगे।
यह फेहरिस्त बहुत लंबी है, भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा। 24 घंटे के भीतर महेंद्रगढ़ में दो दुकानों पर रंगदारी नहीं करने पर फायरिंग की गई। जींद में भी एक करोड़ रुपये नहीं देने पर एक केमिस्ट दुकान में आग लगा दी गई। 5 जुलाई को भी नरवाना में एक व्यापारी से 25 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की गई थी। जुलाई 2022 में हरियाणा के छह विधायकों से रंगदारी की मांग की गई थी। बदमाशों ने विधायक रेणुबाला, सुरेंद्र पंवार, कंवर संजय सिंह, सुभाष गांगोली, कुलदीप वत्स, मामन खान और कुलदीप वत्स को धमकियां दीं।हुड्डा ने कहा कि इसी तरह पिछले 10 साल से प्रदेश में एक के बाद एक वारदातें होती रहीं और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। बीजेपी सरकार ने कभी लोगों की जानमाल की परवाह नहीं की। इसलिए जो सरकार जनता को सुरक्षा नहीं दे सकती, उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।