पेरिस पैरालिंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल में रजत पदक जीतने वाले मनीष नरवाल ने बताया कि उनकी तैयारी के पिछले 10 दिन सबसे कठिन दिन रहे हैं। क्योंकि उनका पूरा ध्यान इस बार स्वर्ण पदक जीतने पर था। बीच में कुछ खराब शाट होने से स्वर्ण उनसे दूर रह गया। वह पिछले एक साल से पैरालिंपिक की तैयारी कर रहे थे, लेकिन मुकाबले के अंतिम दस दिनों में बहुत मेहनत की गई थी। जिसमें शामिल था तीन से चार घंटे की शारीरिक ट्रेनिंग और मानसिक तैयारी।स्वर्ण पदक उनका एकमात्र लक्ष्य था। कोच योगेश सिंह ने उनकी छोटी गलतियों को दूर किया। कोच ने ही उनके अभ्यास और डाइट का कार्यक्रम निर्धारित किया। उस समय, उन्होंने फोन पर किसी से बातचीत करना पूरी तरह से छोड़ दिया। कोच योगेश सिंह ने बताया कि मनीष की तैयारियों में AI भी शामिल था। निशाना लेते समय मनीष का कंधा किस एंगल पर होना चाहिए? इन सब बातों का ध्यान रखा गया था।