कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी चार दिन से हरियाणा विधानसभा चुनाव पर विचार कर रही है, लेकिन अभी तक प्रत्याशियों का नाम नहीं निकाल पाई है। अब यह बैठक दो दिन तक चलेगी, जिसमें प्रत्याशियों के पैनल बनाए जाएंगे।अभी तक लगभग दो दर्जन सीटों पर टिकटें चुनी गई हैं, जिसमें वर्तमान विधायकों में से नौ हैं। पार्टी ने 14 सीटों पर एकमात्र नाम का पैनल बनाया है, उनमें से 13 2019 में चुनाव जीत चुके लोग हैं। स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में एकमात्र नाम वाले पैनल बनाने के बाद इसे केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाएगा।
शनिवार को अजय माकन की अध्यक्षता में हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में, हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित अन्य सदस्यों ने तीन दर्जन सीटों का विश्लेषण किया गया। रोहतक की गढ़ी सांपला किलोई सीट कांग्रेस की एकमात्र नामित सीट है, जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस में इस पद के लिए किसी अन्य व्यक्ति ने भी आवेदन नहीं किया है। रोहतक से बीबी बत्रा, झज्जर से गीता भुक्कल, बेरी से रघुबीर कादियान, रेवाड़ी से चिरंजीव राव, नूंह से आफताब अहमद, पुन्हाना से मोहम्मद इलियास, महेंद्रगढ़ से राव दान सिंह और बरौदा से इंदुराज भालू सब एक पैनल में हैं।
ऐसा ही है कि अंबाला की नारायणगढ़ सीट से विधायक शैली चौधरी और फरीदाबाद एनआईटी के एमएलए नीरज शर्मा का टिकट लगभग फाइनल है। बादली से कुलदीप वत्स का टिकट भी लगभग तय है।सांसद वरुण चौधरी की पसंद का उम्मीदवार मुलाना सीट पर उतारे जाने की संभावना है। साथ ही, पंचकूला से पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल बिश्नोई और पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई का टिकट लगभग फाइनल है।इसके अलावा, थानेसर से अशोक अरोड़ा, पलवल से करण सिंह दलाल, फरीदाबाद से लखन सिंगला और बड़खल से चौधरी विजय प्रताप सिंह को टिकट मिल गया है, जो पिछले चुनाव में पराजित हुए हैं। कांग्रेस ने फरीदाबाद से लखन सिंगला को पैनल में शामिल किया है। आनंद सिंह दांगी का बेटा महम से चर्चा में है।