3 और 4 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रूनेई की यात्रा करेंगे। दौरा ऐतिहासिक होने वाला है। क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी भारत का पहला प्रधानमंत्री होगा जो ब्रुनेई जाएगा। यह दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 3 से 4 सितंबर को महामहिम सुल्तान हसनल बोलकिया के निमंत्रण पर ब्रुनेई जाएंगे। ब्रुनेई एक एशियाई देश है जो सिंगापुर और फिलीपीन के मध्य में है। 1984 में यूनाइटेड किंगडम से इसे आजादी मिली। 1968 से अब तक ब्रुनेई के सुल्तान हसनल बोलकिया इब्नी उमर अली सैफुद्दीन रहे हैं।सुल्तान विश्व के सबसे अमीर लोगों में से एक हैं क्योंकि उनकी संपत्ति लगभग 30 अरब डॉलर है। वर्तमान में देश के सर्वोच्च पद पर रहने वाले व्यक्ति हैं। 2017 में सुल्तान ने अपने 50वें जन्मदिन का जश्न मनाया। वह महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के बाद इतिहास में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले सम्राट बन गए। 16 जुलाई 1946 को हसनल बोलकिया का जन्म हुआ था। सुल्तान ने अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई कुआलालंपुर में विक्टोरिया विश्वविद्यालय से की। 1967 में यूके में रॉयल मिलिट्री अकादमी से स्नातक किया।वह अगस्त 1968 में पद पर बैठा। सुल्तान ने अपने देश को विकसित करने के लिए उसे संयुक्त राष्ट्र और आसियान में शामिल किया। सम्राट अपनी खूबसूरत जीवनशैली के लिए प्रसिद्ध है। प्राकृतिक गैस और तेल का भंडार सुल्तान की आय का सबसे बड़ा स्रोत हैं। ब्रुनेई सुल्तान एक महल में रहते हैं। 1984 में देश की ब्रिटिश शासन से आजादी की याद में बनाया गया महल का नाम इस्ताना नुरुल ईमान है। यह गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड्स में दुनिया का सबसे बड़ा आवासीय महल है। 20 लाख वर्ग फुट की जमीन इससे कवर होती है। महल के गुंबद में २२ कैरेट सोना है।इस महल की कीमत 2550 करोड़ रुपए से ज्यादा की मानी जाती है। इसमें पांच स्वीमिंग पूर, 257 बाथरूम और 1700 से ज्यादा कमरे हैं। 110 गैरेज के अलावा एयर कंडीशनिंग के साथ 200 घोड़ों का खलिहान है।